इलाहाबाद। पहले तो मनचाहा जिला न मिलना और उस पर भी प्राइवेट कॉलेज। नतीज ये रहा कि बीटीसी- 2013 में प्रवेश के लिए जिले में प्राइवेट कॉलेजों की 290 सीटें खाली रह गई हैं। अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग तो करा ली, मगर कॉलेजों में प्रवेश नहीं लिया। हालांकि प्रदेश के सभी निजी कॉलेज सीटों को भरने के लिए दूसरी मेरिट लिस्ट जारी करने की तैयारी है।
बीटीसी-2013 में पहली बार राज्य स्तर पर मेरिट बनाने का काम किया गया। पहली बार ही आवेदकों से दस जिलों के विकल्प भी लिए गए। मगर आलम यह रहा कि विकल्प लेने बावजूद आवेदकों को दूसरे जिले आवंटित कर दिए गए। इलाहाबाद आवेदन करने वालों को बहराइच, गोंडा आदि जिलों में कॉलेज मिले। ऐसे ही जिन्होंने इलाहाबाद विकल्प नहीं भरा था, इसके बाद भी उन्हें यहां भेज दिया गया। मेरिट कम होने से मौका मिला भी तो उन प्राइवेट बीटीसी कॉलेजों में जहां फीस 22 से 44 हजार प्रति वर्ष है।
ऐसे में बिना मन से आवेदकों ने काउंसलिंग तो करा ली, मगर कॉलेजों में प्रवेश नहीं लिया। डायट प्राचार्य विनोद कृष्ण ने बताया कि प्राइवेट बीटीसी कॉलेजों में 49 फ्री सीट और 241 पेड सीटें खाली हैं। अब प्रदेश स्तर पर फिर खाली सीटों को भरने की कवायद चल रही है। जिसमें जिन आवेदकों ने एडमिशन ले लिया है, उनके नाम लॉक कर दिए जाएंगे, जिससे वे दोबारा काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल न हो सकें।
काउंसलिंग के बाद जिले में 290 आवेदकों ने छोड़ी सीट
मेरिट गिराकर भरे जाएंगे रिक्त स्थान

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