इलाहाबाद | अब प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षकों को भी अपनी पढ़ाई के लिए छुट्टी मिल सकेगी। जिससे वह वह अपनी योग्यता बढ़ाने के साथ ही पीएचडी, इंजीनियरिंग आदि की डिग्री हासिल कर सकेंगे। यह अवकाश सेवाकाल में अधिकतम दो साल का होगा। ‘शैक्षिक योग्यता संर्वधन’ नामक यह सुविधा इसी सत्र से शुरू हो रही है।
प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के पास टेक्निकल डिग्रियों का अभाव रहता है। नौकरी मिलने के बाद वह बच्चों को तो पढ़ाते हैं परंतु खुद नहीं पढ़ते। इससे सामाजिक व शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे बदलाव से वह परिचित नहीं हो पाते। इसका विपरीत प्रभाव बच्चों के ऊपर पड़ता है। उन्हें सिर्फ किताबी ज्ञान ही मिल पाता है। इसी लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने शिक्षकों को पढ़ाई का अवसर देने का निर्णय लिया है। अगर कोई शिक्षक आगे की पढ़ाई करना चाहता है तो उसे दो साल का अवकाश मिल जाएगा। हां इस दौरान उसे वेतन नहीं मिलेगा। बेसिक शिक्षा सचिव संजय सिन्हा के अनुसार शैक्षिक योग्यता संर्वधन’ के माध्यम से शिक्षकों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। अगर शिक्षक ज्यादा पढ़े-लिखे होंगे तो बच्चों पर उसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
- क्या है प्रक्रिया
पढ़ाई के लिए आवेदन करने वाले शिक्षक को एक फार्म भरना होगा। इसमें यह जानकारी देनी होगी कि कौन सा कोर्स है, उसे पूरा करने में कितना समय लगेगा। इसके बाद अपने प्रधानाचार्य के माध्यम से बेसिक शिक्षा अधिकारी को फार्म भेजना होगा। वहां से कोर्स के हिसाब से अवैतनिक अवकाश स्वीकृत कर दिया जाएगा।
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